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आज़म सावन खान
ग़ज़ल
हो शामिल तू हर ख़ुशी में
तू रहे बस ज़िंदगी में
छोड़ रोना ज़ी खुशी से
क्या रखा है बेबसी में
प्यार से आओ रहे हम
कुछ नहीं है दुश्मनी में
जिंदगी में है सब कुछ
एक बस तेरी कमी है
मत लगा दिल तू किसी से
दिल दुखाता आशिकी में
कुछ बोलो तो बात दिल की
क्या रखा है ख़ामुशी मे
जान भी देंगे ए आज़म
हम तेरी इस दोस्ती में