कुछ प्यासी चिड़िया भी यहाँ आती हैं
अपनी छतों पे कुछ पानी भी भरके रखिए
ये बच्चे खिलौनों से कब तक खेल पाएँगे
तकियों में दादी नानी की कहानी भी भरके रखिए
अनुनय विनय से कुछ हासिल होगा नहीं
अपनी आवाज़ में थोड़ी जवानी भी भरके रखिए
इस तरह बेबा सा तो पेश न कीजिए
ज़मीन के आँचल में रंग धानी भी भरके रखिए
चलते फिरते गज़लें मुकम्मल नहीं हुआ करती
चंद शेरों में में ही सही, मानी भी भरके रखिए
सलिल सरोज
पता सलिल सरोज
B 302 तीसरी मंजिल
सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट
मुखर्जी नगर
नई दिल्ली-110009